त्वचा को सांस न लेने देना
अक्सर महिलाएं सोते समय भी पैंटी पहनी रहती हैं। ऐसा ना करें। सोते समय पेंटी ना पहनने की आदत डालें। बेशक बिना पैंटी के सोना आपको थोड़ा अजीब लगे, लेकिन महिला रोग विशेषज्ञ मानते हैं कि इसे कुछ घंटों के लिए नजरअंदाज करें ताकि आपकी प्राइवेट पार्ट की त्वचा भी सांस ले सके। लगातार कवर रहने से बैक्टीरिया बनने के लिए उपयुक्त अनुकूल परिस्थितियां बनती हैं। यह उन महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो आसानी से संक्रमण का शिकार हो जाती हैं।
पसीना होने पर भी अंडरवियर ना बदलना
नमी के दिनों में कई बार थोड़ी दूर चलने के बाद भी हम पाते हैं कि पूरी तरह पसीने में भीग गए हैं। आपको कपड़े बदलना पड़ता है, क्योंकि कोई भी शरीर में चिपचिपा कपड़ा पसंद नहीं करता है, लेकिन अक्सर महिलाएं कपड़े तो बदलती हैं लेकिन अंडरवियर नहीं बदलती हैं। जब आपको पसीना चलता है तो वह एरिया पूरी तरह टाइट कपड़ों से चिपका रहता है। ज्यादातर पसीना अंदर रहता है, इसलिए ये गांठ बांध लें कि आप जब भी कपड़े बदलें तो अंडरवियर बदलना ना भूलें।
सुगंधित डिटर्जेंट का यूज
क्या आपने कभी भी वेजाइना में सामान्य से थोड़ी अधिक खुजली या फिर जलन महसूस की है? अगर ऐसा है, तो अपने अंडरवियर को साफ करने के लिए उपयोग किए जा रहे डिटर्जेंट की जांच करें। ज्यादातर समय अधिक सुगंध वाले वॉशिंग पाउडर की सुगंध कपड़े धोने के बाद भी रह जाती है। पीएच बैलेंस योनि झेत्र में खुजली का कारण बन सकते हैं। सबसे बेहतर होगा कि हाइपोएलरजेनिक वॉशिंग पाउडर का इस्तेमाल करें। कभी भी सुगंधित क्रीम या जेल को वेजाइना के आसपास इस्तेमाल ना करें। इस भाग को ठंढे पानी से अच्छी तरह से साफ करें। साफ लिनेन के कपड़े से पोछें। वहां परफ्यूम या सुगंधित चीजों का लगाने से प्राकृतिक पीएच बैलेंस बिगड़ जाता है, तो आप इनका इस्तेमाल भी इस भाग में ना करें।
from Rochak Post https://ift.tt/2PjZqh5
No comments:
Post a Comment