एक अखबार ने दावा किया है कि किसान आंदोलन के समर्थन में भारतीय सेना के 25,000 सैनिकों ने अपने शौर्य चक्र पदक वापस कर दिए हैं। प्रजाशक्ति की रिपोर्ट में कहा गया है कि नए किसान बिल के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए ये पदक लौटाए गए हैं। यह मैसेज सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रहा है।
फैक्ट चैक टीम ने जब इस दावे की पड़ताल की तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। जब हमने सरकार की वेबसाइट पर जाकर शौर्य चक्र पदक की जानकारी देखी तो पता चला कि, अखबार द्वारा किया जा रहा दावा गलत है। जिसमें 25 हजार शौर्य चक्र को किसानों के समर्थन में वापस किए जाने की बात कही गई है। 1956 और 2019 के बीच केवल 2,048 सैनिकों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। इसलिए अखबार में किया जा रहा दावा झूठा है।
इस महीने की शुरुआत में, तीन बॉक्सिंग दिग्गज, गुरबक्स सिंह संधू, कौर सिंह, और जयपाल सिंह ने किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए अपने पुरस्कार लौटा दिए थे। पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार विजेताओं सहित कई पूर्व खिलाड़ियों ने आंदोलनकारी किसानों को अपना समर्थन दिया है।
इसके साथ ही उन्होंने किसान आंदोलन के प्रति अपनी एकजुटता दिखाते हुए अपने पदक वापस करने का ऐलान कर दिया था। इनमें पद्म श्री और अर्जुन अवार्डी पहलवान करतार सिंह, अर्जुन अवार्डी बास्केटबॉल खिलाड़ी सज्जन सिंह चीमा और अर्जुन अवार्डी हॉकी खिलाड़ी राजबीर कौर शामिल हैं। इसके अलावा कई राजीवा गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ी विजेंदर सिंह ने भी अपना पुरस्कार वापस करने का ऐलान किया है।
Claim: Prajasakti newspaper has claimed that 25000 soldiers of the #IndianArmy have returned their Shaurya Chakra medals in solidarity with farmers' protest.#PIBFactCheck: This news is false. Only 2048 #ShauryaChakra have been awarded from 1956 till 2019. pic.twitter.com/9HcZYrqXqa
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 15, 2020
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