इसके तहत नवजात शिशुओं को उनकी माएं सड़क पर बिछाए गए बिस्तरों पर लिटा देती हैं। इसके बाद एक खास तरह की लाल और पीली ड्रेस पहने हुए लोग इन बच्चों के ऊपर से कूदते हुए जाते हैं। इन्हीं में से एक शख्स को डेविल या शैतान माना जाता है। बच्चों के ऊपर से कूदने की प्रक्रिया, तब तक जारी रहती है, जब तक कि वह डेविल उन पर से कूद कर चला नहीं जाता।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस परंपरा को वहां के लोग बड़ी ही धूमधाम से मनाते हैं। इस परंपरा के साथ यह मान्यता भी जुड़ी है कि डेविल जब बच्चों के ऊपर से गुजरता है तो बच्चों के सारे पापों को नष्ट कर देता है या खुद अब्सॉर्ब कर लेता है और आने वाले समय में भी उन्हें बुरे काम करने से बचाता है।
बताया जाता है कि इस पारंपरिक स्पेनिश फेस्टिवल की शुरुआत 1600 में हुई थी। यह स्पेन के बर्गोस प्रांत में सासामोन के एक गांव कैस्टिलो डी मर्सिया में कॉर्पस क्रिस्टी की कैथोलिक दावत का जश्न मनाने के लिए हर साल मनाया जाता है।
यहां के लोगों में भले ही इस रीति के प्रति गहरी आस्था है। हालांकि कई लोग इसे अंधविश्वास मानते हैं। ऐसे लोगों का कहना है कि इसमें बच्चों को चोट लगने की संभावना है इसलिए यह खतरे से खाली नहीं है।
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